इस साल सावन का महीना 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो रहा है। इसी तिथि से कांवर यात्रा भी शुरू हो रही है। सावन के दौरान भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस माह को शिव का पसंदीदा महीना माना जाता है। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव को जल चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं। शिव के भक्त अपनी इच्छाओं को पूरा करने और भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए कांवर यात्रा करते हैं। अगर आप इस सावन कांवर यात्रा लेकर जाने वाले हैं, तो इन नियमों का खास ख्याल रखना जरूरी है।
कांवर यात्रा के लिए जरूरी सामान
- लकड़ी की कांवर
- भगवान शिव की फोटो, कांवर को सजाने के लिए श्रृंगार सामग्री
- गंगा जल या नदी जल भरने का बर्तन
- भगवा रंग के वस्त्र
इन बातों का रखें ध्यान
- कांवर यात्रा के दौरान मन, कर्म और वचन से शुद्ध रहना चाहिए। कांवर यात्रा तभी करनी चाहिए जब आपके मन में कांवड़ यात्रा के प्रति श्रद्धा भाव हो।
- इस दौरान शराब, पान, गुटखा, तम्बाकू, सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए।
- कांवर यात्रा में आपकी आस्था और भक्ति के साथ-साथ आपके मन के दृढ़ संकल्प की भी परीक्षा होती है। ऐसे में आपका एक ही लक्ष्य होता है, भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करना।
- कांवर उठाने के बाद आप उसे जमीन पर नहीं रख सकते। थक जाने पर उसे पेड़ या किसी ऊंची चीज पर टांग दें।
- कांवर यात्रा में करते समय जूता या चप्पल नहीं पहनना चाहिए।
- शारीरिक क्षमता के अनुसार ही कांवर यात्रा करें।