भारत में अलग-अलग प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। इसमें से कई सांप काफी खतरनाक होते हैं, जिनके जहर से लोगों की मौत हो जाती है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि कोबरा सांप के जहर से कई प्रकार की दवाईयां बनाई जाती है। चलिए बताते हैं उन दवाइयों के बारे में।
- कोबरा एंटीवेनम: कोबरा के काटने के इलाज और जहर को बेअसर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- दर्द निवारक: कोबरा के जहर में कोब्रोटॉक्सिन नामक एक यौगिक होता है, जिसमें एनाल्जेसिक गुण होते हैं।
- सूजन-रोधी दवाएं: कोबरा के जहर में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो इसे गठिया जैसी स्थितियों के इलाज के लिए उपयोगी बनाता है।
- एंटीबायोटिक्स: कोबरा के जहर में कुछ यौगिकों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो उन्हें कुछ संक्रमणों के खिलाफ प्रभावी बनाते हैं।
- हृदय संबंधी दवाएं: कोबरा के जहर में कोबराटॉक्सिन नामक एक यौगिक होता है, जो रक्तचाप को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
कोबरा के जहर से बनी कुछ खास दवाइयों में शामिल हैं-
- कोबरावॉक्स (एंटीवेनम)
- कोब्रोटॉक्सिन (दर्द निवारक)
- कोबरा वेनम फैक्टर (एंटी-इंफ्लेमेटरी)
- कोबरामाइसिन (एंटीबायोटिक)
- कोबराटॉक्सिन ए (हृदय संबंधी दवा)
नोट: हालांकि कोबरा के जहर में औषधीय गुण होते हैं, लेकिन इसे सावधानी से संभालना और केवल चिकित्सकीय देखरेख में ही इसका इस्तेमाल करना ज़रूरी है।