बारिश के दौरान मच्छरों से होने वाली बीमारियां तेजी से बढ़ने लगती है। इसमें सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारी मलेरिया, डेंगू हैं। यह बीमारी हर किसी को हो सकती है, फिर चाहे वह बच्चा हो या फिर कोई बड़ा। लेकिन डेंगू बच्चों को बड़ों के हिसाब से तेजी से बच्चों को अपना शिकार बनाता है। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानना काफी अहम होता है। चलिए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में। 


लक्षण

  • तेज बुखार (104°F तक)
  • तेज सिरदर्द
  • आंखों के पीछे दर्द
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
  • दाने (बुखार के 2-5 दिन बाद दिखाई देते हैं)
  • मतली और उल्टी
  • थकान
  • पेट में दर्द
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गंभीर लक्षण दिखने पर बच्चों में अगर नीचे दिए गए लक्षण दिखें, तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं-

 

  • पेट में तेज दर्द
  • खून की उल्टी
  • मसूड़ों से खून आना
  • सांस लेने में कठिनाई
  • त्वचा का पीला या नीला पड़ना

 

रोकथाम के तरीके-

 

  • मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करें- घरों, स्कूलों और सार्वजनिक क्षेत्रों के आसपास खड़े पानी को हटा दें।
  • मच्छर भगाने वाले उत्पादों का उपयोग करें- खुली त्वचा और कपड़ों पर डीईईटी, पिकारिडिन या लेमन यूकेलिप्टस के तेल वाले कीट भगाने वाले उत्पादों का उपयोग करें।
  • सही कपड़े पहनें- बच्चों को बाहर जाते समय लंबी आस्तीन वाली शर्ट, लंबी पैंट और मोजे पहनाएं।
  • मच्छरदानी का उपयोग करें- घुमक्कड़, पालने और बाहरी खेल के मैदानों को मच्छरदानी से ढकें।
  • खिड़की और दरवाज़े पर जाली लगाएं- मच्छरों को घरों और स्कूलों में घुसने से रोकें।
  • टीकाकरण- अगर आपका बच्चा 9-16 साल का है और ऐसे इलाके में रहता है जहां डेंगू आम है, तो उसे डेंगू बुखार के खिलाफ़ टीका लगवाने पर विचार करें।
  • लक्षणों की निगरानी करें- लक्षणों के प्रति सजग रहें और अगर वे हों, तो डॉक्टर से सलाह लें।